चलो फिर से खुद को जगाते हैं
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं
याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी
जिनके कारण हम इस लोकतंत्र का आनंद उठाते हैं
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गंवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये