मुझे रख दिया छांव में, खुद जलते रहे धूप में ,
मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में ।
बेमतलब सी इस दुनिया में वो ही हमारी शान है,
किसी शख्स के वजूद की पिता ही पहली पहचान है ।।